हिंदी में शायरी

खबर पूछते चलो...अब आयें या न आयें इधर... पूछते चलो, क्या चाहती है उनकी नजर पूछते चलो, हमसे अगर है तर्क-ए-ताल्लुक तो क्या हुआ, यारो कोई तो उनकी खबर पूछते चलो। ~ साहिर लुधियानवी फिर पा न सकोगे...खोकर हमें फिर पा न सकोगे, जहाँ हम होंगे वह आ न…

हिंदी में सैड शायरी

वो खुद नहीं आता...कभी यादें कभी आँखों में पानी भेज देता है, वो खुद आता नहीं अपनी निशानी भेज देता है। इस दौर में...इस दौर में अहसास-ए-वफ़ा ढूँढने वालो, सेहरा में कहाँ मिलते हैं दीवार के साए। इस दौर में शायरीइल्जाम ना देना तुम...कुछ रिश्तों क…